~ बुलावे बाबो बजरंगी ~
हनुमत तेरी धाक से ,धूजे लंका कोट।
पायक हो श्री राम के, बाला पेरो लाल लंगोट।
म्हाने सालासर ले चालो कोई आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी।
चालो चालो जी ले चालो म्हाने आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी।
मकराणो को मंदिर थारो ,
ध्वजा फरुके भारी।
दर्शन करके द्वारे थारे ,
आवे नर और नारी।
अंखिया तरसे जी ,
दर्शन बिना आज।
बुलावे बाबो बजरंगी।
म्हाने सालासर ले चालो कोई आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी। टेर। ….
पवनपुत्र अंजनी के लाला ,
शिवशंकर अवतारी।
बजरंगी है नाम तिहारो ,
राम के आज्ञाकारी।
म्हे तो जावांगा जी ,
दर्शन करने आज।
बुलावे बाबो बजरंगी।
म्हाने सालासर ले चालो कोई आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी। टेर। ….
लाल लाल है रूप तिहारो ,
लाल लंगोटा धारी।
ऐसी सुन्दर शोभा थारी ,
म्हाने लागे प्यारी।
मनड़ो माने कोनी ,
दर्शन बिना आज।
बुलावे बाबो बजरंगी।
म्हाने सालासर ले चालो कोई आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी। टेर। ….
दास थारे चरणा को सेवक ,
अर्जी सुणो थे म्हारी।
दूर करो दुःख म्हारा बाबा ,
आया शरण तिहारी।
म्हारी भवसागर से नैया ,
करदो पार।
बुलावे बाबो बजरंगी।
म्हाने सालासर ले चालो कोई आज ,
बुलावे बाबो बजरंगी। टेर। ….