कोन बतावे जोगी आवता ।
ज्यांने लाख बधाई
जोगी हमारा मिन्त है
कोई देख्या कहीं नाहीं
कोन बतावे जोगी आवता ।।
उन जोगी री झोलियां ।
हीरा माणक भरिया
लेवे जकाने जोगी दे चले
ऐसा दिल रा है दरिया
कोन बतावे आवता
ज्याने लाख बधाई ।।
जोगिया ने ढूंढत माने जुग भया ।।
किन देख्या मेरा भाई
कोन बतावे जोगी आवता
ज्याने लाख बधाई ।।
धरती रा तकिया किया ।
तंबू तानिया असमाना
खाकी चोला फहरिया
सत लोक समाना
कोन बतावे जोगी आवता
ज्याने लाख बधाई ।।
हाथ छड़ी हीरा जड़ी ।
सिर पर टॉप हजारी
सहस किरण ज्यारी सेवा करे
ऐसा जोगी तपधारी
कोन बतावे जोगी आवता
ज्याने लाख बधाई ।।
इन जोगी री रावटी ।
फुला सहजा छाई
पाना फुला में जोगी रम रिया
मेहरम विरला पाई
कोन बतावे जोगी आवता
ज्याने लाख बधाई । ।
बाहर भीतर एक है ।
घट खोजो मेरा भाई
कहे कबीरा धर्मिदास ने
जोगी है घट माई
कोन बतावे जोगी आवता ।।
प्रेषक:- महेंद्र नाथ