मान ले कियो रे मनड़ा मान ले कियो रे ।
उम्र सारी बीती मनड़ा मान ले कियो रे ।।
गर्भवास में दुख पायो जब हरि हरि कियो रे ।
बाहर आकर भूल्यो बन्दा नाम नही लियो रे ।।
मान ले कियो रे मनड़ा मान ले कियो रे ।
उम्र सारी बीती मनड़ा मान ले कियो रे ।।
जवानी रे धोरे बन्दा धुन में रियो रे ।
धर्म ने डिगाय बन्दा पाप ने लियो रे ।।
मान ले कियो रे मनड़ा मान ले कियो रे ।
उम्र सारी बीती मनड़ा मान ले कियो रे ।।
पांचा होय पचीसा तीसा साठ में गियो रे ।
रैन सारी बीती तड़को पोहर को भयो रे ।।
कांई कारण आयो रे बन्दा कांई धंधे लागो रे भजन लिरिक्स
मान ले कियो रे मनड़ा मान ले कियो रे ।
उम्र सारी बीती मनड़ा मान ले कियो रे ।।
आवो सजना करा आपा भजना गुरु सा कियो रे।
रामानंद की विनती कबीर सा कियो रे ।।
भजन सरीसा सुख है नहीं करके देख लो विचारा|bhajan sarika sukh hai nahi lyrics
मान ले कियो रे मनड़ा मान ले कियो रे ।
उम्र सारी बीती मनड़ा मान ले कियो रे ।।